तज़मिन ब्रिट्स: प्रोटियाज़ ओपनर की सफलता की कहानी | न्यूज़ आरपीटी
दक्षिण अफ्रीका की महिला क्रिकेट टीम की सलामी बल्लेबाज तज़मिन ब्रिट्स इन दिनों सुर्खियों में हैं। अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ अपनी कमजोरी को दूर किया और अब वह टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन गई हैं।
तज़मिन ब्रिट्स की स्पिन के खिलाफ तैयारी
एक समय था जब ब्रिट्स को स्पिन गेंदबाजी खेलने में काफी मुश्किल होती थी। उन्होंने पोटचेफस्ट्रूम में क्रिकेट सीखा, जहां की पिचें सीम गेंदबाजों के लिए अनुकूल थीं। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्पिनरों का सामना करने के लिए उन्हें अपनी तकनीक में सुधार करना पड़ा।
ब्रिट्स ने इसके लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने प्रोटियाज़ के बल्लेबाजी कोच बाकिर अब्राहम्स के साथ व्यक्तिगत सत्रों के लिए अपने घर जॉर्ज से गकेबेर्हा तक लगभग 360 किलोमीटर की दूरी तय की।
मेहनत का फल
ब्रिट्स की मेहनत का फल उन्हें मिला। पाकिस्तान के खिलाफ हाल ही में खेले गए एकदिवसीय मैच में उन्होंने नाबाद शतक बनाया और टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
- उन्होंने मारिज़ैन कप्प के साथ मिलकर 216 रनों की साझेदारी की, जो दक्षिण अफ्रीका की महिला वनडे इतिहास की तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी है।
- ब्रिट्स महिला वनडे में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाफ शतक बनाने वाली एकमात्र खिलाड़ी भी बन गई हैं।
उनकी इस शानदार फॉर्म को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि वह आगामी विश्व कप में प्रोटियाज़ के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी साबित हो सकती हैं। कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट ने भी ब्रिट्स और कप्प की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें बल्लेबाजी करते हुए देखना अद्भुत था।
तज़मिन ब्रिट्स की कहानी हमें यह सिखाती है कि मेहनत और लगन से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है।